460 पवित्र आत्मा के काम को मानो तो तुम चलोगे पूर्णता के पथ पर
1
पवित्र आत्मा न केवल काम करता है
सिर्फ़ उन लोगों में जिनका ईश्वर करे उपयोग,
पर अधिकतर काम वो करता है कलीसिया के भीतर।
वह किसी में भी काम कर रहा होगा।
तुम्हें लग सकता है कि उसका काम अब तुम में है,
अनुसरण करो जब वह दूसरे में काम करे।
जितना ज़्यादा करो वर्तमान प्रकाश का अनुसरण,
उतना ज़्यादा तुम्हारा जीवन, विकसित हो सकता है।
व्यक्ति चाहे किसी भी प्रकार का हो,
गर ईश्वर उनमें काम करे तो अनुसरण करो।
उनके अनुभवों को, अपने अनुभव से जानो,
तब इससे भी ऊँची चीज़ें तुम्हारी अपनी होंगी।
ऐसा करो तो तुम करोगे जल्दी प्रगति।
इस तरीके से जीवन ज़्यादा विकसित होगा।
यह मनुष्य के लिए पूर्णता का मार्ग है।
यह मनुष्य के लिए पूर्णता का मार्ग है।
2
पवित्र आत्मा के कार्य का पालन करो,
और तुम्हें पूर्णता का मार्ग मिल जाएगा।
नहीं जानते तुम किसके माध्यम से ईश्वर तुम्हें पूर्ण करेगा,
कैसे मदद करेगा अंतर्दृष्टि हासिल करने में।
अगर तुम सही मार्ग पर चलने में सक्षम हो,
तो ईश्वर द्वारा पूर्ण किए जाने की उम्मीद है,
और तुम सभी चीजों में प्रबुद्ध होगे।
अगर नहीं, तो तुम्हारे भविष्य में है, सूनापन और अंधकार।
व्यक्ति चाहे किसी भी प्रकार का हो,
अगर ईश्वर उन में काम करे तो अनुसरण करो।
उनके अनुभवों को, अपने अनुभव से जानो,
तब इससे भी ऊँची चीज़ें तुम्हारी अपनी होंगी।
ऐसा करो तो तुम करोगे जल्दी प्रगति।
इस तरीके से जीवन ज़्यादा विकसित होगा।
यह मनुष्य के लिए पूर्णता का मार्ग है।
यह मनुष्य के लिए पूर्णता का मार्ग है।
3
चाहे अन्य लोगों के लिए जो भी प्रकट करे पवित्र आत्मा
इससे सीखो तो यह तुम्हारा जीवन बन जाता है,
फिर इसे तुम दूसरों को प्रदान कर सकते हो।
व्यक्ति चाहे किसी भी प्रकार का हो,
अगर ईश्वर उन में काम करे तो अनुसरण करो।
उनके अनुभवों को, अपने अनुभव से जानो,
तब इससे भी ऊँची चीज़ें तुम्हारी अपनी होंगी।
ऐसा करो तो तुम करोगे जल्दी प्रगति।
इस तरीके से जीवन ज़्यादा विकसित होगा।
यह मनुष्य के लिए पूर्णता का मार्ग है।
यह मनुष्य के लिए पूर्णता का मार्ग है।
4
सिर्फ़ वचनों को रटना नहीं है अनुभव करना;
दूसरों के प्रकाश के माध्यम से अभ्यास का मार्ग खोजो।
फिर अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करो।
है ये तुम्हारे जीवन के लिए अधिक उपयोगी।
ईश्वर से जो भी मिले उसका पालन करो,
ईश्वर की मर्ज़ी को खोजो, सभी चीजों से सीखो,
ताकि तुम्हारा जीवन विकसित हो।
जल्दी विकास होता है ऐसे अभ्यास से।
व्यक्ति चाहे किसी भी प्रकार का हो,
अगर ईश्वर उन में काम करे तो अनुसरण करो।
उनके अनुभवों को, अपने अनुभव से जानो,
तब इससे भी ऊँची चीज़ें तुम्हारी अपनी होंगी।
ऐसा करो तो तुम करोगे जल्दी प्रगति।
इस तरीके से जीवन ज़्यादा विकसित होगा।
यह मनुष्य के लिए पूर्णता का मार्ग है।
यह मनुष्य के लिए पूर्णता का मार्ग है।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, जो सच्चे हृदय से परमेश्वर की आज्ञा का पालन करते हैं वे निश्चित रूप से परमेश्वर द्वारा हासिल किए जाएँगे से रूपांतरित