588 उठो, सहयोग करो परमेश्वर से
1
उठो, प्रेम करता है परमेश्वर उन सबको, समर्पित होते हैं जो सच में उसे,
नफ़रत करता है वो उन सबसे जो जन्मे हैं उससे,
फिर भी विरोध करते हैं, नहीं जानते उसे।
त्यागेगा नहीं वो उन्हें जो सच में हैं उसके लिये।
बल्कि दुगुनी कर देगा अपनी आशीषें वो उनके लिये।
सभी एहसानफ़रोशों को दुगुनी सज़ा देगा वो।
बख़्शेगा नहीं किसी को वो, किसी को वो, किसी को वो।
उठो, सहयोग करो परमेश्वर से!
ईमानदारी से व्यय करो उसके लिये, उठो,
दुर्व्यवहार नहीं करेगा परमेश्वर तुमसे।
उठो, सहयोग करो परमेश्वर से!
अर्पित करो ख़ुद को परमेश्वर के लिये, उठो,
और हर चीज़ प्रदान करेगा परमेश्वर तुम्हें।
उठो!
2
अर्पित करो अपना सर्वस्व उसे!
खाना-पहनना और भविष्य तुम्हारा, सब-कुछ हाथ में है परमेश्वर के।
तैयार करेगा परमेश्वर जो कुछ अच्छा है तुम्हारे लिये।
आनंद और आपूर्ति अनंत होंगे।
क्योंकि कहा था एक बार परमेश्वर ने:
"ईमानदारी से व्यय करता है जो परमेश्वर के लिये,
भरपूर पाएगा आशीष वो।"
तमाम आशीष पाएँगे सारे लोग वो
सचमुच व्यय करते हैं जो परमेश्वर के लिये।
अंत के दिनों में परमेश्वर को प्राप्त होने वाले लोगो,
क्या धन्य महसूस नहीं करते तुम, नहीं करते तुम, नहीं करते तुम?
उठो, सहयोग करो परमेश्वर से!
ईमानदारी से व्यय करो उसके लिये, उठो,
दुर्व्यवहार नहीं करेगा परमेश्वर तुमसे।
उठो, सहयोग करो परमेश्वर से!
अर्पित करो ख़ुद को परमेश्वर के लिये, उठो,
और हर चीज़ प्रदान करेगा परमेश्वर तुम्हें।
उठो! उठो!
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, आरंभ में मसीह के कथन, अध्याय 70 से रूपांतरित