295 घनिष्ठों की खोज में
1
बाग़ में बहुत समय काम किया है आपने,
प्रेम के बीज बो दिए हैं ज़मीन में।
हर कीमत चुकाई है, घनिष्ठों की खोज में।
लम्बे समय से खोज रहे हैं आप।
निवेश किया है बहुत सा सच्चा प्रेम।
आपकी तकलीफ़ कौन जान सकता है?
दिलासा कोई न देता है।
आपसे प्रेम करने की तड़प है मेरे दिल में,
और मैं करुँगी अनुकरण पतरस के हौसले का।
आपकी इच्छा पूरी करूँगी ज़िन्दगी भर,
पूरे दिल से आपके पीछे चलूँगी सदा।
2
आपका दिन जल्द ही आने वाला है,
अपनी कोशिशों में जी-जान हम लगाते हैं।
चाहे आये आँधी या आये तूफ़ान कोई,
हम तो आपके घनिष्ठ बनना चाहते हैं।
स्वामी छोड़ जायेंगे बाग़ जल्द ही,
सेवकों के दिल टूटे जाते हैं।
ऐसे कर्ज़ के एक कतरे को भी भर पाना मुमकिन नहीं।
आपसे प्रेम करने की तड़प है मेरे दिल में,
और मैं करुँगी अनुकरण पतरस के हौसले का।
आपकी इच्छा पूरी करूँगी ज़िन्दगी भर,
पूरे दिल से आपके पीछे चलूँगी सदा।
3
आपके दिल में चैन नहीं अभी भी,
चिंता से भरा है हर कोई।
मुझे डर है कि नहीं करती मैं प्रेम आपको गहराई से,
सारी कोशिशें लगा दूँगी, आपको बहुत प्यार करने में।
आपसे प्रेम करने की तड़प है मेरे दिल में,
और मैं करुँगी अनुकरण पतरस के हौसले का।
आपकी इच्छा पूरी करूँगी ज़िन्दगी भर,
पूरे दिल से आपके पीछे चलूँगी सदा।