653  परमेश्वर का स्वभाव अपमान सहता नहीं

1

मानवता को पहले जानना चाहिए

स्वभाव को जो सिर्फ है परमेश्वर के पास।

यानी कि, कोई गुनाह न सहना।

न कोई दे सके दखल, न प्रभावित कर सके।

ये सबकी कल्पना से परे है,

न प्रतिरूपित हो सके, न नकल की जा सके।

परमेश्वर किसी को भी नहीं सहेगा

जो उसका खुलकर विरोध करे,

चाहे हों वे सृजे हुये प्राणी या न हों,

चाहे हों चुनिन्दा या दया के पात्र हों।

एक बार वे उसके स्वभाव को जब क्रोधित करें,

या तोड़े उसके धैर्य के सिद्धान्त को,

परमेश्वर प्रकट करेगा अपना स्वभाव,

जो धार्मिक है, और जो सहे न कोई अपमान।


2

परमेश्वर का है ये स्वभाव

उसके पवित्र और निर्मल सार की वजह से।

वो नफरत करता है पापों से जो विरोध करे।

वो नफरत करता है नाफ़रमानी से,

और शैतान के बुराई द्वारा मानव को भ्रष्ट करने से।

वो तिरस्कार करता है दुष्टता और अंधेरे का।

परमेश्वर किसी को भी नहीं सहेगा

जो उसका खुलकर विरोध करे,

चाहे हों वे सृजे हुये प्राणी या न हों,

चाहे हों चुनिन्दा या दया के पात्र हों।

एक बार वे उसके स्वभाव को जब क्रोधित करें,

या तोड़े उसके धैर्य के सिद्धान्त को,

परमेश्वर प्रकट करेगा अपना स्वभाव,

जो धार्मिक है, और जो सहे न कोई अपमान।

परमेश्वर किसी को भी नहीं सहेगा

जो उसका खुलकर विरोध करे,

चाहे हों वे सृजे हुये प्राणी या न हों,

चाहे हों चुनिन्दा या दया के पात्र हों।

एक बार वे उसके स्वभाव को जब क्रोधित करें,

या तोड़े उसके धैर्य के सिद्धान्त को,

परमेश्वर प्रकट करेगा अपना स्वभाव,

जो धार्मिक है, और जो सहे न कोई अपमान।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है II से रूपांतरित

पिछला: 652  परमेश्वर के क्रोध का प्रतीकात्मक अर्थ

अगला: 654  इंसान के प्रति परमेश्वर का रवैया

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें