687  परमेश्वर का सार पवित्र है

1

परमेश्वर में न कोई झूठ है, न कपट है कोई।

उसमें केवल सच्चाई और निष्ठा है।

इंसान उसमें शैतान के भ्रष्ट स्वभाव का नामोनिशाँ नहीं देख सकता।

शैतान की कोई बुराई प्रकट नहीं होती परमेश्वर में।

परमेश्वर का सार पवित्र है। उसमें इंसान की कोई भ्रष्टता नहीं है।

परमेश्वर का सार पवित्र है। उसमें इंसान के भ्रष्ट स्वभाव जैसा कुछ नहीं है।

परमेश्वर का सार पवित्र है। उसमें शैतान के सार जैसा भ्रष्ट कुछ नहीं है।

परमेश्वर का सार पवित्र है, परमेश्वर पवित्र है।


2

परमेश्वर सब-कुछ इंसान को पोषण देने के लिये करता है।

वो सब-कुछ इंसान की मदद, फ़ायदे के लिए प्रकट करता है।

ये जीवन से भरपूर है, ये इंसान को मार्ग देता है,

जिसका अनुसरण करे, सही दिशा में चले इंसान।

परमेश्वर का सार पवित्र है। उसमें इंसान की कोई भ्रष्टता नहीं है।

परमेश्वर का सार पवित्र है। उसमें इंसान के भ्रष्ट स्वभाव जैसा कुछ नहीं है।

परमेश्वर का सार पवित्र है। उसमें शैतान के सार जैसा भ्रष्ट कुछ नहीं है।

परमेश्वर का सार पवित्र है, परमेश्वर पवित्र है।


3

परमेश्वर के पवित्र सार को जानो। परमेश्वर में कोई भ्रष्ट स्वभाव नहीं है।

परमेश्वर के पवित्र सार को जानो। परमेश्वर का सार पूरी तरह सकारात्मक है।

इंसान पर उसके काम से ये ज़ाहिर है।

क्योंकि उसका सारा काम सकारात्मकता लाता है।

परमेश्वर के पवित्र सार को जानो। इन दो पहलुओं से तुम इसे जानो।

परमेश्वर का सार पवित्र है। उसमें इंसान की कोई भ्रष्टता नहीं है।

परमेश्वर का सार पवित्र है। उसमें इंसान के भ्रष्ट स्वभाव जैसा कुछ नहीं है।

परमेश्वर का सार पवित्र है। उसमें शैतान के सार जैसा भ्रष्ट कुछ नहीं है।

परमेश्वर का सार पवित्र है, परमेश्वर पवित्र है।

परमेश्वर भ्रष्टता नहीं, अपना सार प्रकट करता है।

परमेश्वर भ्रष्टता नहीं, अपना सार प्रकट करता है।

ये जानने के लिए कि परमेश्वर स्वयं पवित्र है,

बस उसके काम में स्वयं उसके सार को जानना है।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है VI से रूपांतरित

पिछला: 686  मनुष्य को बचाने का परमेश्वर का इरादा बदलेगा नहीं

अगला: 688  परमेश्वर के पवित्र सार को समझना बहुत ही महत्वपूर्ण है

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें