111 चल रहा हूँ पथ पर राज्य की ओर मैं

1

चल रहा हूँ राज्य की ओर,

पढ़ रहा हूँ वचन परमेश्वर के, करता हूँ मैं आदर उनका।

ओह, इतने सार्थक वचन,

बेहद सच्चे, नक्श हो गये दिल पर मेरे।

हे परमेश्वर, फ़िक्र है तुम्हें,

कहीं धोखा न दे दे, टुकड़े न कर दे शैतान मेरे।

राह दिखाई तुम्हारे वचनों ने मुझे,

सच्चा जीवन दिया, इस पथ पर पहुँचाया मुझे।


2

तुम्हारे वचनों के काम से,

देखी है इस जगत की बुराई और अंधेरा मैंने।

दुष्ट चलन से त्रस्त हूँ मैं,

कोई इंसानी समानता नहीं है मुझमें।

भटकता था जगत में,

नाउम्मीद में, दिल में अंधेरा लिये।

तुम्हीं थे मुझे बचाया जिसने!

तुम्हारे वचनों में लिपटा, बढ़ा, मज़बूत हुआ मैं।


3

प्रकट करते हैं वचन परमेश्वर के सत्य,

भ्रष्टता और कुरूपता मेरी।

ख़ुदगर्ज़, लालची, अहंकारी,

झूठ से ग्रसित, लगभग अमानुषी!

गिरता हूँ परमेश्वर के कदमों में,

पश्चाताप में डूबा, होता हूँ समर्पित उसके न्याय को।

सत्य की खोज का,

परमेश्वर के वचनों पर अमल का,

और इंसान के समान जीने का संकल्प करता हूँ।


4

राज्य की ओर चल रहा हूँ,

ख़ुश हूँ मैं, सुसमाचार साझा कर रहा हूँ।

कितना मुश्किल है चलना इस राह पर,

ज़ुल्म बढ़ते जाते हैं दिन-ब-दिन!

एक कदम न चल सका मैं।

राह दिखाते हैं, विश्वास और हौसला देते हैं मुझे, वचन परमेश्वर के।

अंत तक करूँगा अनुसरण परमेश्वर का मैं,

पाकर अनुमोदन परमेश्वर से, ख़ुशी-ख़ुशी मर जाऊँगा मैं।

पाकर अनुमोदन परमेश्वर से, ख़ुशी-ख़ुशी मर जाऊँगा मैं।

पिछला: 110 जीवन में सही राह पर चलना

अगला: 112 सृजित प्राणी के हृदय की वाणी

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

418 प्रार्थना के मायने

1प्रार्थनाएँ वह मार्ग होती हैं जो जोड़ें मानव को परमेश्वर से,जिससे वह पुकारे पवित्र आत्मा को और प्राप्त करे स्पर्श परमेश्वर का।जितनी करोगे...

420 सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

1ईमानदारी से चलो,और प्रार्थना करो कि तुम अपने दिल में बैठे, गहरे छल से छुटकारा पाओगे।प्रार्थना करो, खुद को शुद्ध करने के लिए;प्रार्थना करो,...

610 प्रभु यीशु का अनुकरण करो

1पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने, हर इंसान के छुटकारे के काम को,क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,इसमें न उसका स्वार्थ था, न...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में I सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें