954 जब आती है आपदा
परमेश्वर की कृपा उनके वास्ते है, जो उसे प्रेम करते, खुद को नकारते हैं,
दुष्टों को मिला दंड, परमेश्वर के कोप और धार्मिकता का सबूत है।
1
जब आएगी आपदा, तो विरोधी परमेश्वर के,
अकाल, महामारी का सामना करेंगे, रोएँगे।
उसके अनुयायी होकर भी दुष्ट हैं जो,
वे भी आपदा का सामना करेंगे, डर में जीएंगे।
परमेश्वर के सच्चे अनुयायी ही, उसके सामर्थ्य का आनंद मनाएंगे।
बड़े संतोष में वे जीएंगे महानतम खुशी को महसूस करेंगे।
परमेश्वर इंसान के अच्छे कर्मों को सँजोता है, बुरे कर्मों से करता नफ़रत।
परमेश्वर की कृपा उनके वास्ते है, जो उसे प्रेम करते, खुद को नकारते हैं,
दुष्टों को मिला दंड, परमेश्वर के कोप और धार्मिकता का सबूत है।
2
जबसे परमेश्वर ने की अगुवाई इंसान की,
उसने चाहा इंसान हो उसके साथ एक मन।
जो ऐसे नहीं हैं उन्हें वो याद रखता है; उनके लिए मन में घृणा रखता है।
इन्हें दंडित करने को, मौके का इंतज़ार करता रहा है,
इसे देखेगा वो बड़े हर्ष के साथ।
इंतज़ार की घड़ी खत्म हुई, उसका दिन आ गया है।
परमेश्वर इंसान के अच्छे कर्मों को सँजोता है, बुरे कर्मों से करता नफ़रत।
परमेश्वर की कृपा उनके वास्ते है, जो उसे प्रेम करते, खुद को नकारते हैं,
दुष्टों को मिला दंड, परमेश्वर के कोप और धार्मिकता का सबूत है।
परमेश्वर की कृपा उनके वास्ते है, जो उसे प्रेम करते, खुद को नकारते हैं,
दुष्टों को मिला दंड, परमेश्वर के कोप और धार्मिकता का सबूत है,
परमेश्वर की धार्मिकता, धार्मिकता। परमेश्वर का कोप और धार्मिकता।
यह सब परमेश्वर के कोप और धार्मिकता का सबूत है।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, अपनी मंजिल के लिए पर्याप्त अच्छे कर्म तैयार करो से रूपांतरित