455 परमेश्वर उन्हें पूर्ण करता है जिनमें पवित्रात्मा का कार्य होता है
1
परिस्थितियाँ हो रही हैं बेहतर कुछ लोगों के लिए।
जितना पवित्रात्मा काम करता है उतने ही वे आत्मविश्वास में रहते हैं।
वे जितना अधिक करते हैं अनुभव, उतना अधिक वे महसूस करते हैं
परमेश्वर के कार्य का गहरा रहस्य।
परमेश्वर करता है अपना कार्य मानव के सत्य की प्राप्ति के लिए।
तुम्हारे जीवन का लक्ष्य है उसकी पूर्णता की खातिर,
ताकि एक दिन तुम बनोगे योग्य उसके उपयोग के लिए।
2
जितने गहराई में जाते हैं वे, उतना अधिक समझ पाते हैं,
प्रबुद्ध और स्थिर, परमेश्वर का प्रेम महसूस करते हुये।
उनको प्राप्त हुआ है ज्ञान परमेश्वर के कार्य का।
ये हैं वो लोग जिन पर कार्य पवित्र आत्मा करता है।
परमेश्वर करता है अपना कार्य मानव के सत्य की प्राप्ति के लिए।
तुम्हारे जीवन का लक्ष्य है उसकी पूर्णता की खातिर,
ताकि एक दिन तुम बनोगे योग्य उसके उपयोग के लिए।
3
परमेश्वर की साक्षी देना और उसकी इच्छा को संतुष्ट करना
मानव का उसके वचन के अनुसरण करने की इच्छा पर है निर्भर।
परमेश्वर की साक्षी देना और उसकी इच्छा को संतुष्ट करना
मानव का उसके वचन के अनुसरण करने की इच्छा पर है निर्भर।
परमेश्वर करता है अपना कार्य मानव के सत्य की प्राप्ति के लिए।
तुम्हारे जीवन का लक्ष्य है उसकी पूर्णता की खातिर,
परमेश्वर करता है अपना कार्य मानव के सत्य की प्राप्ति के लिए।
तुम्हारे जीवन का लक्ष्य है उसकी पूर्णता की खातिर,
ताकि एक दिन तुम बनोगे योग्य उसके उपयोग के लिए।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, तुम्हें परमेश्वर के प्रति अपनी भक्ति बनाए रखनी चाहिए से रूपांतरित