454 पवित्र आत्मा ज़्यादा कार्य करता है उनमें, पूर्ण किये जाने की तड़प है जिनमें
तुम लोगों को अपने जीवन-स्वभाव में अब बदलाव लाना चाहिये,
ताकि धरती पर परमेश्वर की महिमा का, तुम प्रमाण बन सको,
उसके आगे के कार्य का आदर्श बन सको।
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है आज का अनुसरण महज़ कल की नींव डालने के लिये,
ताकि परमेश्वर के लिए उसके गवाह बन सको तुम।
अगर इसे अपने अनुसरण का लक्ष्य बना लो तुम,
तो पवित्र आत्मा की मौजूदगी को पा लोगे तुम।
पूर्ण कर देगा तुम्हें परमेश्वर, ध्यान दो बस तुम एक ही लक्ष्य पर।
ली है यही राह पवित्र आत्मा ने।
पवित्र आत्मा इंसान को जो राह दिखाता है
उस राह को वो अपनी ही कोशिशों से हासिल करता है।
जितना ऊँचा होगा लक्ष्य तुम्हारा, उतने ही ज़्यादा पूर्ण किये जाओगे तुम।
जितना ही ज्यादा सच को खोजोगे तुम उतना ही
ज्यादा कार्य करेगा पवित्र आत्मा।
जितनी ज़्यादा कोशिश करोगे, उतना ही ज़्यादा पाओगे तुम।
इंसान के अंदर की जैसी दशा, वैसे ही उसे परमेश्वर पूर्ण करता।
2
परमेश्वर द्वारा पूर्ण और प्राप्त किए जाने की तड़प होगी तुममें जितनी ज्यादा,
उतना ही ज्यादा कार्य करेगा तुम्हारे भीतर पवित्र आत्मा।
जितना कम खोजोगे तुम, मायूस और पिछड़े रहोगे तुम,
उतना ही कम कार्य कर सकता वो, धीरे-धीरे तुम्हें छोड़ जायेगा वो।
उसी काम का लक्ष्य रखो,
जिससे परमेश्वर द्वारा पूर्ण हो सको, हासिल और इस्तेमाल हो सको।
तुम्हारी कोशिशों के कारण कायनात की हर चीज़ देखती है
परमेश्वर के कर्मों को प्रकाशित होते हुए तुम में।
जितना ऊँचा होगा लक्ष्य तुम्हारा, उतने ही ज़्यादा पूर्ण किये जाओगे तुम।
जितना ही ज्यादा सच को खोजोगे तुम उतना ही
ज्यादा कार्य करेगा पवित्र आत्मा।
हर चीज़ के मालिक हो तुम।
उन सबके बीच, परमेश्वर को लेने दो आनंद
तुम्हारे ज़रिये गौरव पाने और गवाही दिये जाने का।
प्रमाण है ये, तमाम पीढ़ियों में तुम लोग सबसे ख़ुशनसीब हो।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, जिनके स्वभाव परिवर्तित हो चुके हैं, वे वही लोग हैं जो परमेश्वर के वचनों की वास्तविकता में प्रवेश कर चुके हैं से रूपांतरित