31 भरपूर स्तुति करते उसकी सभी परमेश्वर-जन
1
आरोहित किये गये हैं परमेश्वर के सामने हम।
शानदार भोज में शामिल होकर, आनंदित हैं हम।
परमेश्वर के वचनों का आनंद लेते, समझते सत्य को हम,
आत्माएँ हमारी मुक्त हैं , महसूस करते आज़ाद हम।
आभार और स्तुति से भरे हैं दिल हमारे।
ख़ुद को रोक नहीं पाते गाने से
अपने दिल की ख़ुशी को, व्यक्त नहीं कर पाते हम।
स्तुति करो और कूदो ख़ुशी के लिये।
सम्मान और महिमा का हकदार है परमेश्वर।
धरती पर पूरी होती इच्छा परमेश्वर की।
भरपूर स्तुति करते उसकी सभी परमेश्वर-जन
2
हर दिन परमेश्वर के वचनों का आनंद लेते हम।
उसके वचनों का अभ्यास कर,
वास्तविकता में प्रवेश करें हम।
न्याय और शुद्धिकरण से गुज़रते हैं,
नये इंसानों की तरह जीते हैं हम।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने बचा लिया
हमें शैतान की भ्रष्टता से।
अब सचमुच बदल गये हैं हम।
है ईश्वर का अनुग्रह और उद्धार ये।
स्तुति करो और कूदो ख़ुशी के लिये।
सम्मान और महिमा का हकदार है परमेश्वर।
धरती पर पूरी होती इच्छा परमेश्वर की।
भरपूर स्तुति करते उसकी सभी परमेश्वर-जन
3
सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने परास्त किया है शैतान को,
विजेता बनाया उसने लोगों के एक समूह को,
इम्तहानों और क्लेशों से पूर्ण किये गये हैं वे।
शैतान के सामने विजेता हैं वे!
प्रकट हुआ है परमेश्वर का धर्मी स्वभाव।
हो जायेंगे तबाह परमेश्वर का विरोध करने वाले।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने परास्त किया है शैतान को!
स्तुति करो और कूदो ख़ुशी के लिये।
सम्मान और महिमा का हकदार है परमेश्वर।
धरती पर पूरी होती इच्छा परमेश्वर की।
भरपूर स्तुति करते उसकी सभी परमेश्वर-जन
पाते हैं उद्धार परमेश्वर का,
सत्य का अनुसरण करने वाले।
पाते हैं अनुग्रह परमेश्वर का,
सच्ची आस्था रखने वाले।
स्तुति करते हम परमेश्वर के धर्मी स्वभाव की!
पहुँचते हैं आसमाँ तक स्तुति-गान हमारे!
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य
सचमुच चमत्कारी हैं ।
सब-कुछ पूरा करते हैं वचन परमेश्वर के।
लौटते सभी जन परमेश्वर के सामने,
स्तुति करें परमेश्वर के पूरे हुए महान काम की।
स्तुति करो और कूदो ख़ुशी के लिये।
सम्मान और महिमा का हकदार है परमेश्वर।
धरती पर पूरी होती इच्छा परमेश्वर की।
भरपूर स्तुति करते उसकी सभी परमेश्वर-जन