849 परमेश्वर के वादे उनके लिए जो पूर्ण किए जा चुके हैं
1
ईश्वर जिन्हें पूर्ण करने का इरादा रखे, वे उसके आशीष और विरासत पाएंगे।
वे ईश्वर के स्वरूप को ग्रहण करते हैं, ताकि वो उनका स्वरूप बन जाए।
ईश-वचन उनमें गढ़े गए हैं, ताकि वे ईश्वर के स्वरूप को ग्रहण कर सकें,
उसे ठीक वैसा ले सकें, जैसा वो है, और फलस्वरूप सत्य को जी सकें।
ईश्वर ऐसे ही इंसान को पूर्ण बनाता है, ऐसे ही इंसान को वो प्राप्त करता है।
जो पूर्ण किए गए हैं, बस वे ही,
ईश्वर द्वारा दिये गए आशीषों को पाने के काबिल हैं।
जो पूर्ण किए गए हैं, बस वे ही,
ईश्वर द्वारा दिये गए आशीषों को पाने के काबिल हैं।
आशीषों को पाने के काबिल हैं। आशीषों को पाने के काबिल हैं।
2
वे ईश्वर का पूरा प्यार पाएँगे, उसकी इच्छा अनुसार काम कर सकेंगे।
उन्हें ईश्वर का मार्गदर्शन मिलेगा,
उसकी रोशनी में जिएंगे, उसका प्रबोधन पाएंगे।
ईश्वर जिस छवि से प्रेम करे, उसे जिएंगे,
ईश्वर को प्रेम करेंगे पतरस के जैसे, उसके लिए क्रूस चढ़ेंगे,
ईश-प्रेम चुकाने को, मरने के पात्र होंगे, पतरस के समान महिमा पाएंगे।
वे सबका प्रेम और सम्मान पाएँगे। हाँ, धरती पर सभी उनके गुण गाएंगे।
जो पूर्ण किए गए हैं, बस वे ही,
ईश्वर द्वारा दिये गए आशीषों को पाने के काबिल हैं।
जो पूर्ण किए गए हैं, बस वे ही,
ईश्वर द्वारा दिये गए आशीषों को पाने के काबिल हैं।
3
मृत्यु के बंधनों को तोड़ेंगे वे, शैतान को उसका काम पूरा न करने देंगे।
पूरे समय ईश्वर के अधीन होंगे, वे ताज़े, जीवंत आत्मा के भीतर रहेंगे,
ऐसे आनंद में रहेंगे, लफ़्ज़ जिसे बयाँ न कर सकें,
मानो देखा हो उन्होंने ईश-महिमा का दिन।
वे ईश्वर के साथ महिमा पाएँगे, और ईश्वर के प्यारे संतों-से दिखेंगे।
वे धरती पर वो बनेंगे जिससे ईश्वर प्यार करे, यानी ईश्वर के प्रिय पुत्र बनेंगे।
रूप बदल वे ईश्वर-संग आरोहित होंगे, देह से उठकर तीसरे स्वर्ग जाएंगे।
जो पूर्ण किए गए हैं, बस वे ही,
ईश्वर द्वारा दिये गए आशीषों को पाने के काबिल हैं।
जो पूर्ण किए गए हैं, बस वे ही,
ईश्वर द्वारा दिये गए आशीषों को पाने के काबिल हैं।
आशीषों को पाने के काबिल हैं। आशीषों को पाने के काबिल हैं।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, प्रतिज्ञाएँ उनके लिए जो पूर्ण बनाए जा चुके हैं से रूपांतरित