394 परमेश्वर के लिए तुम्हारा विश्वास हो सबसे ऊँचा

1

गर चाहते हो तुम करना यक़ीन,

गर पाना चाहते हो तुम परमेश्वर को और उसकी संतुष्टि,

गर तुम दर्द न सहो और मेहनत न करो,

तुम इन चीज़ों को प्राप्त नहीं कर सकोगे।

तुम सब ने सुने हैं बहुत प्रचार।

भले ही तुमने सुना है, इसका ये अर्थ नहीं है कि वचन तुम्हारे हैं।

तुम्हें उनको आत्मसात और परिवर्तित करना चाहिए

ऐसी चीज़ में जो तुम से संबन्धित हो।

तुम केवल परमेश्वर में विश्वास से प्राप्त करोगे,

गर तुम इसे मानो जीवन की महानतम चीज़ की तरह,

जो तुम खाते या पीते हो, जो तुम पहनते हो,

या धरती पर किसी भी चीज़ से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण।


2

इन वचनों को जीवन में लागू करो और अपने अस्तित्व में लाओ,

इन्हें अनुमति दो तुम्हें जीने में राह दिखाने को,

तुम्हारे जीवन में अर्थ और वास्तविक मूल्य लाने को,

तब सार्थक होगा तुम्हारा इन वचनों को सुनना।

गर वचन परमेश्वर के नहीं लाते हैं तुम्हारे जीवन में सुधार और महत्व,

तो तुम्हारा सुनने का कोई मतलब नहीं है।

ओ, तुम केवल परमेश्वर में विश्वास से प्राप्त करोगे,

गर तुम इसे मानो जीवन की महानतम चीज़ की तरह,

जो तुम खाते या पीते हो, जो तुम पहनते हो,

या धरती पर किसी भी चीज़ से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण।


3

गर तुम मानते हो जब समय है तुम्हारे पास,

असमर्थ हो अपना पूरा ध्यान विश्वास में देने में,

यदि तुम केवल सफल होने को ऐसा काम करते हो,

तो तुम्हें प्राप्त नहीं होगा कुछ भी, ओ, कुछ भी नहीं।

ओ, तुम केवल परमेश्वर में विश्वास से प्राप्त करोगे,

गर तुम इसे मानो जीवन की महानतम चीज़ की तरह,

जो तुम खाते या पीते हो, जो तुम पहनते हो,

या धरती पर किसी भी चीज़ से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण, हाँ।

तुम केवल परमेश्वर में विश्वास से प्राप्त करोगे,

गर तुम इसे मानो जीवन की महानतम चीज़ की तरह,

जो तुम खाते या पीते हो, जो तुम पहनते हो,

या धरती पर किसी भी चीज़ से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण,

या धरती पर किसी भी चीज़ से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण,

या धरती पर किसी भी चीज़ से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण,

सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है X से रूपांतरित

पिछला: 393 अपने विश्वास में उस मार्ग का अनुसरण करो जिस पर पवित्र आत्मा अगुआई करता है

अगला: 395 सच्चे विश्वासी की ज़िम्मेदारियाँ

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

418 प्रार्थना के मायने

1प्रार्थनाएँ वह मार्ग होती हैं जो जोड़ें मानव को परमेश्वर से,जिससे वह पुकारे पवित्र आत्मा को और प्राप्त करे स्पर्श परमेश्वर का।जितनी करोगे...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में I सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें