736 परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है

1

परमेश्वर का स्वभाव प्रतापी है और क्रोध से भरा है।

वो मेमना नहीं है जो उसका कोई भी वध कर दे।

वो कठपुतली नहीं है जो हो जैसा चाहे नचा ले,

न वो है हवा जो कोई उसपर, हुक्म चला ले।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।

गर परमेश्वर के वजूद में सचमुच यकीं रखते हो,

तो जिसमें ख़ौफ़ हो उसका, तुम ऐसा दिल रखो।

परमेश्वर के सार का अपमान नहीं हो सकता, इस बात को तुम जान लो।

अपमान की वजह हो सकता है कोई शब्द,

विचार, मत, सिद्धांत या कोई बुरा काम।

वजह हो सकता है कोई सौम्य व्यवहार, जिसे मंज़ूर करता हो सदाचार।

मगर एक बार जो तुमने परमेश्वर का अपमान कर दिया,

तो तुमने ख़ुद को बचाने का अवसर गँवा दिया,

और तुम्हारे अंत के दिन जल्द ही आयेंगे,

इसमें ना संदेह है कोई, ये बेहद ख़ौफ़नाक है।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।


2

अपमान परमेश्वर का हो नहीं सकता, अगर तुम जानते नहीं,

शायद तुम में भय ना हो उसका,

मगर अपमान तुम करते रहोगे सर्वदा उसका।

अगर तुम जानते नहीं कैसे, तो परमेश्वर का भय तुम मान नहीं सकते,

परमेश्वर का भय मानने के, बुराई से दूर रहने के, पथ पर भी चल नहीं सकते।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।


3

एक बार दिल में जान लिया, परमेश्वर का उल्लंघन संभव नहीं है,

तो फिर जान जाओगे, परमेश्वर का भय मानने

और बुराई से दूर रहने के मायने क्या हैं।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।

परमेश्वर का भय मानने से ही बुराई दूर रह सकती है।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, परमेश्वर का स्वभाव और उसका कार्य जो परिणाम हासिल करेगा, उसे कैसे जानें से रूपांतरित

पिछला: 735 परमेश्वर का भय मानने और बुराई से दूर रहने का ज़रूरी रास्ता

अगला: 737 मनुष्य के पास परमेश्वर का भय मानने वाला हृदय होना चाहिए

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

420 सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

1ईमानदारी से चलो,और प्रार्थना करो कि तुम अपने दिल में बैठे, गहरे छल से छुटकारा पाओगे।प्रार्थना करो, खुद को शुद्ध करने के लिए;प्रार्थना करो,...

610 प्रभु यीशु का अनुकरण करो

1पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने, हर इंसान के छुटकारे के काम को,क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,इसमें न उसका स्वार्थ था, न...

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें