45 कलीसिया में हम साथ एकत्र होते हैं
एक साथ हम होते हैं इकट्ठे कलीसिया में।
एक साथ हम होते हैं इकट्ठे कलीसिया में।
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परमेश्वर से प्रेम करने वाले हैं सभी यहाँ।
हम उसके वचन को पढ़ते,
सच की संगति करते हैं।
हमारे दिलों में है भरी, मधुरता और ख़ुशी।
पछतावा लाती हैं यादें अतीत की।
अब जान के एक दूसरे को,
हम ईश-प्रेम में रहते हैं।
बिना किसी पक्षपात, बाधाओं या दूरियों के,
एक परिवार हम, आपस में प्रेम करते हैं।
नहीं कोई जगह बीच में,
ऐसे हमारे दिल जुड़े।
एक साथ हम, एक साथ हम होते हैं इकट्ठे कलीसिया में।
एक साथ हम होते हैं इकट्ठे कलीसिया में।
हमारी भाषाएँ हैं अलग पर दिल हैं जुड़े।
परमेश्वर के वचनों में हमारी खोज एक है।
ईश-प्रेम की गवाही देते हम,
अनुभव साझा करते हैं।
अब सच का अनुसरण करते हम,
उसके वचनों में जीते।
संभावना हमारी असीम है,
प्रकाश और जीवन से भरी।
कड़ी मेहनत साथ करते हैं,
आगे बढ़ते हैं सभी।
एक साथ हम होते हैं इकट्ठे कलीसिया में।
एक साथ हम, एक साथ हम होते हैं इकट्ठे कलीसिया में।
2
लेकिन जल्द ही राहें अलग हो जाएँगी हमारी,
क्योंकि परमेश्वर के आदेश को हम वहन करते हैं।
परमेश्वर की गवाही देने हम अपने रस्ते जायेंगे।
उसके प्रेम से जगती है, हममें गहरी भक्ति।
हंसते हैं हम जब एक दूसरे के साथ होते हैं।
हौसला देते हैं एक-दूसरे को जब दूर होते हैं।
बेहतर कल के लिए अपनी शक्ति काम में लाते हैं।
परमेश्वर के वफादार,
हम मसीह का अनुसरण करते।
एक साथ हम, एक साथ हम होते हैं इकट्ठे कलीसिया में।
एक साथ हम होते हैं इकट्ठे कलीसिया में।