75 परमेश्वर का प्रेम सारे विश्व में फैलता है
1
सर्वशक्तिमान परमेश्वर, पवित्र और धर्मी है।
तुम्हारा प्रेम है बहते हिम-कणों सा।
शुद्ध, सफ़ेद, ताज़ा और खुशबुदार,
यह तैरता हुआ मुझ पर पिघलता है।
तुम्हारी आवाज़ मेरे दिल को
जगाती है, तुम्हारे वचन उस पर दस्तक देते हैं।
हम भूखे-प्यासे हैं तुम्हारे वचनों के आनंद के लिए,
सत्य हमें शांति और प्रकाश देता है!
नए लोग, नए गीत, नए नृत्य, नया जीवन।
आनंद और मधुरता से भरा है हमारा जीवन।
परमेश्वर के वचन धरती पर पूरे होते हैं,
मसीह का राज्य आता है।
परमेश्वर का प्रेम हर जगह है,
सारे विश्व में,
करोड़ों हृदयों को स्नेह देते हुए!
सारी दुनिया भरी है परमेश्वर की प्रशंसा से।
2
हम जीते हैं तुम्हारे वचनों में,
तुम्हारे रूबरू परमेश्वर।
तुम्हारी सुन्दरता से हमारे दिल तुमसे और भी जुड़े
महसूस करते हैं।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर,
तुम सत्य, मार्ग और जीवन हो।
तुम्हारे वचन बहुत अनमोल हैं,
और हमारे दिलों को प्यारे हैं।
ताड़ना हमारी भ्रष्टता को शुद्ध करती है।
सत्य को जानकर, हम तुम्हारी इच्छा की परवाह करते हैं।
परीक्षण और शुद्धिकरण तुम्हारे लिए
हमारे प्रेम को और भी शुद्ध करते हैं।
हम तुम्हारी धार्मिकता को जानते हैं,
हम देखते हैं कि तुम कितने प्यारे हो।
जब हम तुम्हारे वचनों का अभ्यास करते हैं,
हमारे दिल आनंद से भर जाते हैं।
नए लोग, नए गीत, नए नृत्य, नया जीवन।
आनंद और मधुरता से भरा है हमारा जीवन।
परमेश्वर के वचन धरती पर पूरे होते हैं,
मसीह का राज्य आता है।
परमेश्वर का प्रेम हर जगह है,
सारे विश्व में,
करोड़ों हृदयों को स्नेह देते हुए!
सारी दुनिया भरी है परमेश्वर की प्रशंसा से।
3
मैं तुमसे प्रेम करना रोक नहीं सकता,
मैं हमेशा तुम्हारी गवाही दूंगा,
दिन और रात रहूँगा साथ तुम्हारे,
नहीं होऊँगा जुदा जुदा।
परीक्षणों और मुश्किलों में,
हम तुम्हारे प्रेम को और भी गहराई से महसूस करते हैं,
तुम्हारे वचन रहते साथ हमारे,
कभी नहीं होते जुदा।
सुबह से पहले के सबसे घने अन्धकार से गुज़रते हैं हम,
हम स्वागत करते हैं धार्मिकता के सूर्य के आगमन का।
नए लोग, नए गीत, नए नृत्य, नया जीवन।
आनंद और मधुरता से भरा है हमारा जीवन।
परमेश्वर के वचन धरती पर पूरे होते हैं,
मसीह का राज्य आता है।
परमेश्वर का प्रेम हर जगह है,
सारे विश्व में,
करोड़ों हृदयों को स्नेह देते हुए!
सारी दुनिया भरी है परमेश्वर की प्रशंसा से।